THE SMART TRICK OF HANUMAN SHABAR MANTRA THAT NO ONE IS DISCUSSING

The smart Trick of hanuman shabar mantra That No One is Discussing

The smart Trick of hanuman shabar mantra That No One is Discussing

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हनुमान जी की पूजा करते समय उन्हें नारियल, गुड़-चने का प्रसाद या इमरती चढ़ाएं।

▪ यदि आप चाहते हैं, तो आप हनुमान चालीसा या भगवान हनुमान के भजन सुन सकते हैं।

▪ बुद्धि प्राप्त करना: हनुमान शाबर मंत्र बुद्धि और विवेक प्रदान करते हैं और जीवन में सही निर्णय लेने में मदद करते हैं।

हनुमान शाबर मंत्र भगवान हनुमान की शक्ति और साहस का आह्वान करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले मंत्रों का समूह है। इन मंत्रों का जाप करने से शक्ति, साहस, आत्मविश्वास और बुद्धि प्राप्त होती है।

हनुमान जी को प्रसन्न करने और कृपा प्राप्ति के लिये भक्त हनुमत आराधना करते हैं, वे नियमित तौर पर सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं लेकिन शाबर मंत्र को कलयुग का सबसे बड़ा हथियार माना गया है, जिसका प्रभाव सबसे तेज होता है।

लोहे का कड़ा हमारी पीठ पीछे यति हनुमंत खड़ा,

गुरु मत्स्येंद्र नाथ और उनके click here शिष्य गुरु गोरखनाथ को शाबर मंत्रों का जनक कहा जाता है.

▪ पूजा करने के लिए एक शांत और साफ जगह चुनें। इससे आपको ध्यान केंद्रित करने और विचलित न होने में मदद मिलेगी।

ह्रां, ह्रां, ह्रां, ह्रां, ह्रां सकलभूतप्रेतदमनाय स्वाहा । यह भी पढ़े : कामदेव शाबर मंत्र

ॐ हनुमान पहलवान पहलवान, बरस बारह का जबान, हाथ में लड्‍डू मुख में पान, खेल खेल गढ़ लंका के चौगान अंजनी का पूत, राम का दूत, छिन में कीलौनौ खंड का भू‍त, जाग जाग हड़मान (हनुमान) हुंकाला, ताती लोहा लंकाला, शीश जटाडग डेरू उमर गाजे, वज्र की कोठड़ी ब्रज का ताला आगे अर्जुन पीछे भीम, चोर नार चंपे ने सींण, अजरा झरे भरया भरे, ई घट पिंड की रक्षा राजा रामचंद्र जी लक्ष्मण कुंवर हड़मान (हनुमान) करें।

पूजा के दौरान इन फूलों का प्रयोग करना आध्यात्मिक दृष्टिकोण से सही नहीं माना जाता है... नाराज हो सकती हैं दैवीय शक्तियां

‘ॐ हं हनुमते नमः।’ – इस चमत्कारी मंत्र वाणी का जाप करने से व्यक्ति कार्यों में सफलता प्राप्त कर सकता है।’ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकायं हुं फट्।’ – यह हनुमान जी का एक शक्तिशाली रुद्र मंत्र है।

हनुमान यात्नमास्ता दु: ख क्ष्य करोभाव

“ॐ नमो हनुमते, रुद्रावताराय, भूत-प्रेत, पिशाच-ब्रह्मराक्षस-विनाशाय, महाबलाय, वीराय, चिरंजिविने श्री रामदूताय स्वाहा”

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